नई दिल्ली: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने चेक बाउंस को लेकर एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब चेक बाउंस होने पर ग्राहकों को पहले से कहीं ज्यादा सतर्क रहना होगा क्योंकि नए नियम के तहत बैंकों की कार्यवाही और भी सख्त कर दी गई है। यह नियम आज से पूरे देश में लागू हो गया है।
नया नियम क्या कहता है?
RBI के अनुसार, अगर किसी ग्राहक का चेक बाउंस होता है तो उसकी जानकारी तुरंत अकाउंट होल्डर और बैंक दोनों को मिलेगी। इसके अलावा लगातार दो बार चेक बाउंस होने पर बैंक संबंधित ग्राहक के लिए Cheque Facility पर रोक भी लगा सकता है।
इस नियम का उद्देश्य उन लोगों पर नियंत्रण करना है जो बार-बार चेक बाउंस करके वित्तीय अनुशासन तोड़ते हैं। साथ ही इससे व्यापारियों और आम जनता को भी राहत मिलेगी, क्योंकि लेन-देन अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद बन जाएगा।
क्यों लिया गया यह फैसला?
भारत में हर साल लाखों चेक बाउंस के मामले सामने आते हैं। इसके चलते कोर्ट में केस बढ़ जाते हैं और लेन-देन पर विश्वास कम होता है। इस स्थिति को रोकने और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए RBI ने यह कड़ा कदम उठाया है।
नए नियम से आम लोगों को फायदा
- पारदर्शिता बढ़ेगी – अब अकाउंट होल्डर को तुरंत SMS/Email अलर्ट मिलेगा।
- धोखाधड़ी में कमी – फर्जी चेक या बिना बैलेंस चेक जारी करने वालों पर सख्ती होगी।
- व्यापार में विश्वास – छोटे-बड़े सभी व्यापारियों को भरोसा मिलेगा कि चेक सुरक्षित है।
- आम जनता की सुरक्षा – ग्राहकों को पहले ही जानकारी मिल जाएगी जिससे वे समय पर बैलेंस मैनेज कर सकें।
अगर चेक बाउंस हो तो क्या करना चाहिए?
- तुरंत अपने बैंक अकाउंट में आवश्यक बैलेंस डालें।
- जिस व्यक्ति को चेक दिया है, उसे सूचित करें।
- बार-बार चेक बाउंस से बचें वरना बैंक की पेनाल्टी और कानूनी कार्यवाही दोनों झेलनी पड़ सकती है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: नए नियम के तहत चेक बाउंस पर क्या तुरंत कार्रवाई होगी?
हाँ, बैंक तुरंत नोटिफिकेशन देगा और अकाउंट होल्डर पर निगरानी रखेगा।
Q2: अगर चेक दो बार बाउंस हो जाए तो क्या होगा?
बैंक ग्राहक की चेक सुविधा रोक सकता है और भविष्य में चेक जारी करने पर पाबंदी लगा सकता है।